5 दिसंबर को अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा , स्वातंत्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर जी को, देश की जनता द्वारा भारत रत्न से अलंकृत किया जाएगा ।
नीतेश वर्मा
ब्यूरो हेड
देश में अनपढ़ नेताओ की बाढ़ है और पढ़े लिखे समझदार नेताओ का भीषण अभाव है,मूर्ख नेताओ के दम पर भारत का उत्थान संभव नहीं,भारत रत्न समारोह में देशभक्ति का नवीन इतिहास लिखा जायेगा ।
स्वतंत्र भारत का सब से सम्मानित कार्यक्रम है ।
सावरकर संदेश – भारत रत्न समारोह
ज्ञात हो की 5 दिसंबर 2021 को सूरत गुजरात में,
अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा , स्वातंत्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर जी को,
देश की जनता द्वारा भारत रत्न से अलंकृत किया जाएगा ।
इस ऐतिहासिक आयोजन में मा राष्ट्रपति, मा प्रधानमंत्री, मा गृहमंत्री और मा rss प्रमुख मोहन भागवत जी को निमंत्रण भेजा गया है ।
सभी राज्यों के मुख्यमंत्री,राज्यपालों, लोकसभा के सभी सांसदों और राज्यसभा के सभी सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है ।
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा की भारत के इतिहास में अब दो शौर्य दिवस ,दो महापर्व मनाएं जायेगे । 5 दिसंबर सावरकर भारत रत्न समारोह और 6 दिसंबर बाबरी कलंक विध्वंस ।
श्री पाण्डेय ने बताया की 5 दिसंबर को सूरत में होने बाले भव्य आयोजन की तैयारियां जोरो पर है , जिसमे अनुमानित सवा लाख स्वाभिमानी और देशभक्त हिंदू शामिल होगे ,
इसी दिन सम्पूर्ण राष्ट्र में कम से कम 11 करोड़ जिन्दा हिंदुओ द्वारा सावरकर जी का रक्त तिलक कर उनकी प्रतिमा और फोटो पर हर शहर में पुष्प वर्षा की जाएगी ।
देवेंद्र पाण्डेय ने कहा कि राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री,गृहमंत्री,rss प्रमुख से हिंदू महासभा के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात का समय मागा था जो आज दिनांक तक नही दिया गया । देवेंद्र पाण्डेय ने कहा की सरकार की इसी मूक सहमति के कारण ही इस आयोजन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन आयोजक बड़ी गरिमा और गंभीरता के साथ कर रहे है । 5 दिसंबर भारत के गौरव का पवित्र दिन है,इस लिए समारोह की भव्यता का विशेष ध्यान रखा गया है ।
देवेंद्र पाण्डेय ने कहा कि देश के जिम्मेदार पदों पर पढ़े लिखे लोगो का होना जरूरी है जिसका भीषण अभाव है , मणिपुर,गोवा के राजपालों ने आमंत्रण पत्र को पढ़ा और सावरकर जी को भारत रत्न देने के आयोजन की सफलता हेतु शुभकामनाएं प्रेषित की
छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और राजस्थान के राज्यपालों ने अपनी व्यस्तता के कारण फोन पर आयोजन के सफलता की शुभकामनाएं दी शायद इन्ही लोगो ने पत्र को पढ़ा और समझा है , अन्यथा जवाब सभी का प्राप्त होता ।
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पाण्डेय ने स्पष्ट किया की यह आयोजन भारत में देशभक्त पैदा करने और देशभक्ति जागृत करने का सब से पवित्र कार्य है, यह आयोजन सावरकर जी के प्रति निष्ठा का प्रतीक है , जो इस आयोजन से दूर है उसकी निष्ठा देश और सावरकर जी के प्रति स्वमेव ही सिद्ध होती है ।
जो स्वाभिमानी है, देशभक्त है और जिन्दा है , जो भारत को मातृभूमि, पितृ और पुण्य भूमि मानते है वही सावरकर जी को वीर भर नही स्वातंत्र्य वीर मानते है
ऐसे लोगो की उपस्थिति में यह विशाल कार्यक्रम अपनी सफलता के लिए इतिहास में स्वर्णकित होगा । हिंदू महासभा, करणी सेना,अभिनव भारत, षठदर्शन संत सभा,तेलंगाना मठ मंदिर संगठन,मराठा सेवा संघ,राष्ट्रीय देवी पुत्र सेना,जानता की आवाज फाउंडेशन, ऑटो रिक्शा चालक यूनियन, आस्वअ फाउंडेशन,जलाराम मित्र मंडल,लोक रक्षक सेना,यूथ ब्रिगेड, त्रिपांख साधु समाज,गौ पुत्र समाज सेवक,जैन समाज,भक्ति राम सेवा मंडल,मोदी विचार मंच,शिवसेना गौरक्षा न्यास,सनातन उत्थान मंच,हिंदू राष्ट्र समर्थक मंच, बाल कल्याण संघ,राम कृपा सेवा मंडल,सहित सैकड़ों देशभक्त संगठनों सामाजिक संस्थाओं ने सावरकर संदेश-भारत रत्न,समारोह की सफलता का बीड़ा उठाया है ।
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द् पाण्डेय ने देशभक्तों का आव्हान करते हुए कहा कि जो जहा है वही सावरकर जी की प्रतिमा अथवा फोटो पर अपने रक्त से तिलक करे, उन पर पुष्प वर्षा करे और ,
जय सावरकर जय
हिंदू राष्ट्र का जय घोष करे ,
क्यों की इस दिन सावरकर जी को, *पुष्पांजलि, रक्तांजलि और भारत रत्न समर्पण का पवित्र आयोजन है ।* अतः स्वाभिमानी,देशभक्त और जिन्दा हिन्दुओं से इस आयोजन में अपनी भागीदारी निर्धारित करने की अपील है ।
देवेंद्र पाण्डेय ने रामधारी सिंह दिनकर जी के रचना की यह पंती स्वाभिमानी हिंदुओ को समर्पित की ।
समर शेष है नही पाप का भागी केवल व्याध
जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध
रजनीकांत पारेख
अखिल भारत हिंदू महासभा प्रदेश संगठन मंत्री