Chhattisgarh

रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले रेलवे कर्मी के विरुद्ध कारवाई में मिली सफलता

*’तोरवा-पुलिस’ को रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले रेलवे कर्मी के विरुद्धकारवाई में सफलता मिली हैं…
*आरोपी रेलवे में खलासी के पद पर नियुक्त हैं.
*आरोपी चित्रसेन मोंगरे पिता पूरन मोगरे उम्र 52 साल साकिन शंकर नगर आरपीएफ कॉलोनी बिलासपुर निवासी द्वारा प्रार्थी नीतू राम टंडन पिता अरुण कुमार टंडन उम्र 27 साल ग्राम खपरी दर्रीघाट थाना मस्तूरी को विश्वास में लेकर उनसे किस्तों में तीन लाख की राशि प्राप्त किया एवं रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर राशि लेकर ठगी कर लिया गया.
* साथ ही उक्त आरोपी द्वारा इंद्र जीत राजपाल, हेमंत कुमार, शेखर घाटी व अन्य लोगों से भी क्रमश: 50000, 150000, 100000, की राशि रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर लिया है एवं अब तक केवल आश्वाशन दिया.कोई कार्यवाही ना होता हुआ देख कर धोखाधड़ी का अहसास होने पर रकम वापसी मांगने पर भी आरोपी द्वारा अब तक पैसा वापस नहीं किया गया. *पीड़ित नीतू सींग टंडन की लिखित रिपोर्ट पर थाना तोरवा में आरोपी चित्रसेन मोगरे के विरुद्ध 420 भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.
* आरोपी द्वारा पीड़ितों को विश्वास में लेकर उनका नौकरी लगने का विश्वास पाने के लिए मेडिकल चेकअप भी कराया गया. *साथ ही चरित्र प्रमाण पत्र भी दिलवाया गया, इससे पीड़ितों का विश्वास आरोपी पर पूर्ण रूप से हो गया एवं उनके द्वारा नकद राशि प्रदान की गई.
*आरोपी द्वारा प्रार्थी के नाम से एक नियुक्ति पत्र फर्जी रूप से लेकर पीड़ित को दिखाया गया जिसकी फोटोकॉपी प्रार्थी द्वारा आवेदन के साथ थाना में जमा की गई है.
* आरोपी को प्रकरण में वजह सबूत पाकर विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है.
*अभी तक जितने पीड़ित मिले हैं, उनके अनुसार लगभग 1000000 रुपए की राशि आरोपी द्वारा लेकर धोखाधड़ी की गई है.
* आरोपी द्वारा ग्राम खपरी,थाना मस्तूरी के कुछ महिलाओं को भी अपने विश्वास में लेकर लोन दिलाने के नाम पर ₹10000 सभी से लिया गया है, पीड़ित महिलाओं के अनुसार उनसे चेक बुक भी साइन करवा कर लिया गया हैं.
तोरवा पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ की जा रही है. इसमें अन्य खुलासे भी आरोपी से होने की संभावना है.
*जिले के अन्य थानों को भी इस संबंध में मैसेज किया जा रहा है और वहां पर भी इस आरोपी के विरुद्ध शिकायत होने पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जाती है.
*रेलवे में नौकरी होने का फ़ायदा मिला
*आरोपी की बेटी ने पीड़ित के साथ iti किया था उसी दौरान पीड़ित व आरोपी मिले.
*आरोपी ने पीड़ित के गांव में जाकर गांव वालो को भी पैसे लेकर प्रलोभन दिया. उनसे चेक बुक में हस्ताक्षर करा लिया था.
*पासबुक आदि दस्तावेज जप्त कर बैंक से पृथक से जनकारी ली जाती हैं.

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