इस जिले में हुई 35 से अधिक गाय की मौत अधिकारी मौन
: बिलासपुर के हिर्री थाना क्षेत्र में पंचायत प्रतिनिधियों ने गांव के 60 से अधिक गायों को एक अंधेरे कमरे में बंद रखा जिससे लगभग 35 से अधिक गायों की मौत होने की सूचना है। इस खबर के आते ही अधिकारियों के पैर तले से जमीन खिसक गई है कुछ दिन पहले ही प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के द्वारा अपनी महत्वाकांक्षी का उठान योजना की शुरुआत की थी और अधिकारी इस योजना की मट्टी पालित कर रहे है इस योजना का मूल मकसद ही गोधन की सेवा करना है। उन्हें सड़को में न छोड़ कर गौठान में रखना और उनको उचित चारा पानी तथा स्वास्थ्य की सेवा प्रदान करना है इस खबर को लेकर अभी तक प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आ रही है। इस गम्भीर लापरवाही के लिए किस अधिकारी पर क्या कार्यवाही होती है और कब तक ये तो वक्त बताये गा पर ये बात साफ है कि अधिकारी इस योजना में दिलचस्पी नही ले रहे है
रोका छेकी के अभियान के तहत सरपंच और पंच और जनपद सदस्यों ने वहां पर लगभग 60 गोवंश बांध रखे थे एक जगह पर बंद कर दिया था जिस पर प्राप्त सूचना पर 35 गोवंश की जान चली गई है बाकी की स्थिति गंभीर है मेरा सरकार से निवेदन है कि इस रोका छेकी की अभियान को बंद करें अधिकारियों के घोटालों को बंद करें और सरकार इस तरीके की दिखावे ना करें गोवंशओं के लिए अभ्यारण बनाएं और अभ्यारण में सभी गौवंशो को रखे वही गोवंश सुरक्षित और संरक्षण और संवर्धन का कार्य हो सकता बाकी और कहीं भी नहीं और दोषियों के ऊपर में कड़ी कार्यवाही की जाए अन्यथा पूरे छत्तीसगढ़ में बंद की लहर होगी और सरकार के विरोध पर पूरे छत्तीसगढ़ को बंद करवाया जाएगा इतने सारे गोवंश की हत्या गौसेवक बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे