IPS जीपी सिंह: ACB ऑफिस पहुंचे निलंबित ADG, भ्रष्टाचार और राजद्रोह के मामले में हैं आरोपी, सुप्रिम कोर्ट ने लगाई है गिरफ्तारी पर रोक, 2 महीने से थे फरार
FIR दर्ज होने के बाद राज्य सरकार ने जीपी सिंह को निलंबित कर दिया था
रायपुर:भ्रष्टाचार, आय से अधिक संपत्ति और राजद्रोह जैसे संगीन मामलों में फरार समझे जा रहे निलंबित ADG जीपी सिंह अचानक रायपुर में प्रकट हो गए। वे अपने वकील के साथ एंटी करप्शन ब्यूरो के तेलीबांधा ऑफिस पहुंचे हैं। वहां उनका बयान दर्ज किया जा रहा है। उनसे आरोपों के बारे में पूछताछ भी हो रही है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है और उनकी गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक है।
कभी राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख रहे जीपी सिंह आज उसी दफ्तर में आरोपी के तौर पर पहुंचे हैं। जीपी सिंह पर आरोप है कि ACB के चीफ रहने के दौरान उन्होंने बहुत से कारोबारियों, नेताओं और अफसरों को कार्रवाई का डर दिखाकर धमकाया था और उनसे अवैध वसूली की थी। 1 जुलाई को उनके सरकारी आवास समेत 15 ठिकानों पर पड़े ACB के छापे के बाद जांच टीम ने खुद इन तथ्यों को उजागर किया था। उसके बाद से ही जीपी सिंह फरार चल रहे थे।
ACB मुख्यालय में इस समय गहमा-गहमी बढ़ी है। बाहर मीडिया का जमावड़ा है।
पुलिस ने उनको ढूंढने की कोशिश की, नोटिस जारी किया, लेकिन जीपी सिंह नहीं मिले। इस बीच उन्होंने अग्रिम जमानत की कोशिशें जारी रखीं। निचली अदालतों से मामला खारिज होने के बाद उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका लगाई थी। 26 अगस्त को सर्वोच्च न्यायालय ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। गिरफ्तारी से राहत पाने के बाद ही जीपी सिंह वापस लौटे हैं। जीपी सिंह सर्वोच्च न्यायालय की ऑर्डर की कॉपी लेकर पहुंचे हैं। अब ACB के अफसर उनसे बंद कमरे में पूछताछ कर रहे हैं।
10 करोड़ से अधिक की संपत्ति से जुड़ा है मामला
1 जुलाई को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम अचानक ADG जीपी सिंह के पुलिस लाइन के सरकारी आवास में पहुंची थी। इसके अलावा राजनांदगांव, ओडिशा, भिलाई और रायपुर के लगभग 15 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। सिंह के चार्टर्ड अकाउंटेंट, बैंक मैनेजर दोस्त, और एक कारोबारी मित्र के घर भी छापेमारी की गई थी । जहां से कई किलो सोने के बिस्किट और दस्तावेज बरामद किए गए थे। 3 दिनों तक चली छापेमारी के दौरान यह खुलासा किया गया था कि लगभग 10 करोड़ से अधिक अवैध संपत्ति अफसर ने अर्जित कर रखी थी जिसकी जांच की जा रही है।