आयुक्त, रेलवे सेफ्टी ए.के.राय ने किया केवटी – अंतागढ़ लाइन का निरीक्षण
Commissioner, Railway Safety AK Rai inspected the Kevati-Antagarh line

भारतीय रेल सामाजिक आर्थिक विकास की गति को निरंतर बढ़ाते हुए दुर्गम एवं विषम परिस्थितियों वाले क्षेत्रों में आर्थिक व सामाजिक विकास को बढ़ाने जा रही है। दल्लीराजहरा – रावघाट -जगदलपुर परियोजना कुल 235 किलोमीटर तक रेल लाइन बिछाने का कार्य रेलवे, छत्तीसगढ़ शासन, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड एनएमडीसी के संयुक्त प्रयास से बनाया जा रहा है। जिसके प्रथम चरण में रायपुर रेल मंडल ने दल्लीराजहरा -रावघाट नई रेल लाइन 95 किलोमीटर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है जिसके तहत दल्लीराजहरा से अंतागढ़ तक लगभग 59 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाने में सफलता प्राप्त की एवं दल्लीराजहरा से केवटी तक लगभग 42 किलोमीटर यात्रियों को रेल सुविधा दी जा रही है।
इसी रेल लाईन का विस्तार केवटी से अंतागढ़ तक (16.941किमी) 17 किलोमीटर और कर दिया गया है। इस रेलवे ट्रैक पर पहली बार इंजन रोलिंग की जांच सफलतापूर्वक दिनांक 30 जुलाई, 2020 को किया गया एवं इंजन रोलिंग जांच के उपरांत सम्पूर्ण कार्य पूरा होने के पश्चात् आयुक्त रेलवे सेफ्टी द्वारा निरीक्षण किया जाता है।
दिनांक 21अगस्त 2020. को इसी संदर्भ में एसई सर्कल के आयुक्त, रेलवे सेफ्टी ए.के.राय द्वारा केवटी – अंतागढ़ नई ब्राड गेज लाइन का निरीक्षण करने निरीक्षण दल के साथ केवटी स्टेशन पहुंचे। केवटी से अंतागढ़ के मध्य नई लाइन का मोटर ट्राली द्वारा परिचालन एवं संरक्षा से जुड़े सभी पहलूओ का गहन निरीक्षण किया गया अंतागढ़- केवटी के बीच नई ब्राड गेज लाइन का डीजल लोको के साथ 100 से 110 किलो मीटर प्रति घंटा का स्पीड ट्रायल भी जांचा परखा गया।
आयुक्त, रेलवे सेफ्टी से अनुमति के बाद नई रेल लाइन पर गाडियों का परिचालन प्रारंभ किया जाता है।
जल्द ही रायपुर राजधानी को रेल मार्ग द्वारा अंतागढ़ से यात्री सुविधाओं के साथ माल परिवहन की दिशा में भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल अपनी सेवाएं प्रदान करेगा। केवटी से अंतागढ़ के प्रारम्भ हो जाने से निश्चय ही वहा के वासियों के लिए सर्वागिंण विकास की रफतार तेज हो सकेगी और उन्हें अपनी दैनिंक जीवन की आवश्यकताओं को पूरी करने में रेल महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।