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वायरल फीवर क्यो होता है,इससे कैसे बचा जाए, खान-पान से लेकर स्वास्थ्य से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी के लिए न्यूज़ नेशनल से खास बातचीत की प्रदेश की जानी मानी डॉ. सुरभि राजगीर ने (होम्योपैथिक कंसलटेंट, न्यूट्रिशनिस्ट & साइकोथेरेपिस्ट)

देश इस समय कोरोना के अलावा वायरल फीवर से जूझ रहा है,

नीतेश वर्मा

ब्यूरो हेड

कोरोना वायरस की तीसरी लहर के अंदेशे से पहले ही देश के तमाम राज्य इस वक्त वायरल फीवर से जूझ रहे हैं। यूपी,एमपी समेत कई राज्यों में कोरोना का असर तेजी से बढ़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में भी हालात पटरी पर नहीं आ पा रहे हैं ।

 
कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं थी हुई कि वायरल फीवर ने देश के तमाम राज्यों में पैर पसारने शुरू कर दिए हैं।
आखिर ये वायरल फीवर क्या बला है? इससे बचने के क्या रोकथाम है? तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए हमने प्रदेश की प्रसिद्ध होम्योपैथी डॉक्टर सुरभि राजगीर जी से सम्पर्क किया ….उनके बताए अनुसार…

वायरल फीवर (Viral Fever)

किसी भी वायरस की वजह से होने वाला बुखार वायरल होता है| वायरल बुखार इन्फ्लुएंज़ा वायरस के कारण होते हैं.,मौसम में बदलाव, खान-पान में गड़बड़ी या फिर शारीरिक कमजोरी की वजह से भी वायरल बुखार होता है। वायरल बुखार हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक तंत्र को कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से वायरल के संक्रमण बहुत तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुंच जाते हैं।

वायरल फीवर होने के कारण

वायरल बुखार हुए रोगी के साथ रहना
दूषित जल एवं भोजन का सेवन
रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी

वायरल संक्रमण किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन बच्चों में यह अधिक देखा जाता है। मौसम में बदलाव आने के कारण बच्चों में वायरल बुखार होने की संभावना ज्यादा होती है क्योंकि उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से विकसित नहीं होती।

बचाव के उपाय

वायरल बुखार से ग्रस्त रोगी के सम्पर्क में आने से बचें।

मौसम में बदलाव के समय उचित आहार-विहार का पालन करें।
दूषित पानी एवं भोजन से बचें।

पानी को पहले उबाल कर थोड़ा गुनगुना ही पिएँ।

वायरल बुखार में होम्योपैथिक दवाइयां काफी लाभकारी सिद्ध होती हैं। होम्योपैथिक दवाइयों का प्रयोग अपने आप बिना चिकित्सक के परामर्श के नहीं करना चाहिए।


डॉ. सुरभि राजगीर
(होम्योपैथिक कंसलटेंट, न्यूट्रिशनिस्ट & साइकोथेरेपिस्ट)

 

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