सर्दी ने शुरू किया बनाना रिकॉर्ड:रायपुर के बाहरी इलाकों में रात का तापमान 13 डिग्री तक लुढ़का, मैदानी इलाकों में पहाड़ों सी ठंड
नीतेश वर्मा
ब्यूरो हेड
छत्तीसगढ़ में सर्दी के मौसम का आगाज जोरदार हुआ है। उत्तर-पूर्व की ओर से आ रही सर्द हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है। हालात ऐसे हैं कि प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी रात को पहाड़ों सी ठंड महसूस हो रही है। रायपुर के लाभांडी केंद्र में मंगलवार का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के रिकॉर्ड में नवंबर की शुरुआत में इतना कम तापमान पिछले 10 सालों में दर्ज नहीं हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात रायपुर के लाभांडी केंद्र पर न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस मापा गया। यह सामान्य से काफी कम था। वहीं रायपुर के लालपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र पर पारा 16.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा। यह सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम था। रायपुर के माना हवाई अड्डा केंद्र पर न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस रहा। यह भी सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम ही है।
बताया जा रहा है कि पिछले 10 सालों में 13 डिग्री सेल्सियस का तापमान कभी नहीं रहा। रायपुर में 2012, 2013 और 2014 के नवंबर में 13.3, 13.5 और 13.6 डिग्री सेल्सियस का न्यूनतम तापमान पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड है। ये ठंढी रातें भी 15 नवंबर के बाद की हैं। पिछले साल 9 नवंबर को उस महीने का सबसे कम न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। रायपुर के इतिहास में नवंबर की सबसे ठंढी रात 1883 में आई थी। उस साल 22 नवम्बर को न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
दूसरे जिलों में भी ऐसे ही हालात
ऐसे हालात रायपुर में ही नहीं दूसरे जिलों में भी दिखे। राजनांदगांव में रात का न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 3 डिग्री तक कम है। दुर्ग में न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस मापा गया। यहां भी तापमान सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस कम ही रहा। यह तब है जब सबसे ठंड माने जाने वाले अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 12.4 ही रहा है। सबसे ठंडी रात पेण्ड्रा में दर्ज हुई। वहां न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से तीन डिग्री कम है।
अगले दो दिनों में बदलेगी हवा, कम होगी ठंड
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा का कहना है कि अभी उत्तर-पूर्व से सूखी और ठंडी हवाएं आ रही हैं। ऐसे में वातावरण से नमी कम हुई है। इसकी वजह से ठंड बढ़ी है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी महसूस हो रही है। अगले एक-दो दिनों में हवा का रुख बदल रहा है। हवा अब पूर्व से आएगी, जिसमें बंगाल की खाड़ी से आई नमी होगी। इसकी वजह से स्थानीय बादल भी बनेंगे। ऐसे में 10 नवंबर से दक्षिण छत्तीसगढ़ में तापमान में वृद्धि होने संभावना है। वहीं उत्तर के क्षेत्रों में तापमान 11 नवंबर के बाद से बढ़ेगा। 11 नवंबर से प्रदेश के दक्षिणी भाग के कुछ जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की भी संभावना है।