मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दोहरा चरित्र आया सामने।

अक्षय अजय बेहरा (ब्यूरो हेड, छत्तीसगढ़), रायपुर : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, बस्तर में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की हत्या को लेकर छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक ने एनआईए को पत्र लिखकर जांच करने की मांग किया है। पूर्व सीएम रमन सिंह ने पत्र लिखे जाने को लेकर कहा है कि अपना पल्ला झाड़ने के लिए यह पत्र एनआईए को लिखा गया हैं। भूपेश बघेल का अचानक एनआईए के प्रति मोह जागृत कैसे हो गया। जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा वापस ली जा रही है, भूपेश का दोहरा चरित्र सामने आ गया है। उन्होंने 2013 के झीरम घाटी हत्याकांड का उल्लेख करते हुए कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब झीरम घाटी हत्याकांड की जांच के लिए एनआईए को चुना गया था, लेकिन तब भूपेश बघेल ने एनआईए से किनारा करते हुए अलग से एसआईटी बना कर झीरम घाटी हत्याकांड की जांच पर जोर दिया था। आज वही भूपेश बघेल बस्तर में भाजपा के नेताओं की हत्या से पल्ला झाड़ने के लिए एनआईए को पत्र लिखकर उन पर विश्वसनीयता भी जता रहे है और उनसे जांच की मांग भी कर रहे हैं।

कांग्रेस में आदिवासी नेताओं का बिल्कुल सम्मान नहीं: डॉ. रमन सिंह
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के विषय में रमण सिंह ने कहा कि “भूपेश सरकार की लूट और कांग्रेस के अंदर की फूट इस अधिवेशन में सामने आ गई है” प्रदेश अध्यक्ष और आदिवासी नेता मोहन मरकाम की फोटो बाद में पोस्टर में चिपकाकर भूपेश बघेल ने बता दिया है कि कांग्रेस में आदिवासी नेताओं का कितना सम्मान है। पहले टीएस सिंह देव को किनारे किया गया और अब मोहन मरकाम को किनारे करके अधिवेशन में यह दिखाने की कोशिश की जा रही है छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के अलावा कांग्रेस में कोई दूसरा नेता नहीं है।

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