दुष्कर्मी दंपती को 20 साल कैद:15 साल की लड़की से युवक करता था रेप, पत्नी देती थी उसका साथ; डिलीवरी हुई तो खुला मामला

नीतेश वर्मा

ब्यूरो हेड

पेंड्रा

छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में दुष्कर्मी दंपती को ADJ कोर्ट ने 20 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। युवक 15 साल की लड़की से अक्सर ही दुष्कर्म करता था। इस सबमें उसकी पत्नी भी साथ देती थी। इसके चलते लड़की गर्भवती हो गई। प्रसव पीड़ा होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद सारा मामला खुला। कोर्ट ने लड़की के पुनर्वास का भी आदेश दिया है। मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है।

दरअसल, 9 दिसंबर 2020 को गौरेला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 15 साल की एक लड़की ने बच्चे को जन्म दिया। इसकी सूचना पुलिस को लगी तो वह मौके पर पहुंच गई। पूछताछ में पता चला कि हर्राटोला निवासी हुकुमचंद कोरी कई दिनों से लड़की से दुष्कर्म कर रहा था। लड़की जब भी महुआ बीनने के लिए जाती तो आरोपी भी पहुंच जाता और जबरदस्ती करता। लड़की की मां नहीं है, उसका पिता भी बकरी चराता है। डर के चलते लड़की चुप रही।

Advertisement

जब लड़की पहुंचती तो महिला अपने पति को भेज देती
लड़की ने अपने बयान में बताया था कि हुकुम चंद भी अपनी पत्नी पूनम कोरी के साथ बकरी चराने के लिए जाता था। जब भी वह महुआ बीनने के लिए जाती तो पूनम अपने पति को दुष्कर्म करने के लिए भेज देती। यह सब कुछ लंबे समय से चल रहा था। तबीयत बिगड़ने पर जब लड़की का पिता उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया तो मामला सामने आया। इसके बाद डॉक्टरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

Advertisement

पत्नी का कृत्य उदारता के लायक नहीं
विशेष अपर सत्र न्यायाधीश विनय कुमार प्रधान ने कहा कि पूनम कोरी ने महिला होते हुए भी एक नाबालिग लड़की को दुष्कर्म से बचाने की जगह पति की सहायता की। उसे इस दुष्कर्म के लिए प्रेरित किया। यह अत्यंत गंभीर है। उसके साथ उदारता का परिचय देना ठीक नहीं है। उन्होंने लड़की के बालिक होने तक उसके पुनर्वास की व्यवस्था करने और योजना के तहत प्रतिकर देने के भी आदेश दिए हैं। मामले में शासन की ओर से पैरवी अतिरिक्त लोक अभियोजक पंकज नगाईच ने की।

Advertisement

Related Articles