तालिबान की निर्मम मनमानी से लोगों में दहशत : काबुल एयरपोर्ट ब्लास्ट में अब तक 169 लोगों की मौत; दीवारें खून से सनीं, जमीन मौत के सबूतों से पट गई, सड़क से लेकर अस्पताल तक सिर्फ चीख-पुकार, लाशें बिछीं, जिस्मों के चिथड़े उड़ते लोगों की आँखोंदेखी
काबुल धमाकों की दिल दहला देने वाली कुछ तस्वीरें
अफ़गानिस्तान :फॉक्स न्यूज के मुताबिक, इन हमलों में 13 अमेरिकी सैनिक भी मारे गए हैं, वहीं 1277 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के 13वें दिन यानी गुरुवार को पहली बार फिदायीन हमले हुए। इनमें 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 169 लोगों की मौत हो गई। 1277 लोग जख्मी हैं। मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है, क्योंकि कुछ घायलों की हालत गंभीर है। एयरपोर्ट से 16 घंटे बाद शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे फ्लाइट ऑपरेशन्स फिर शुरू हो गए। एक बार फिर यहां लोगों का हुजूम नजर आता है।
गुरुवार की घटना के बाद यहां मातम पसरा है। जहां विस्फोट हुए, वहां की दीवारें खून से सनी हुईं थीं। जहां लोगों के खड़े होने की जगह नहीं थी, वहां कपड़ों के चीथड़े, लोगों के सामान और जूते-चप्पल बिखरे पड़े थे। सड़क से लेकर अस्पतालों तक लोग अपनों को ढूंढ़ रहे थे। हर जगह चीख और पुकार सुनाई दे रही थी। इधर, अफगानिस्तान में फिदायीन हमलों से ज्यादा लोगों में तालिबान का खौफ है। दरअसल, गुरुवार शाम 6 बजे हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद काबुल एयरपोर्ट से लगे नाले में लाशें बिछी थीं। घायल इलाज के लिए पानी में पड़े तड़प रहे थे। लेकिन आज उसी नाले की तस्वीर कुछ और थी। यहां लोगों का फिर से हुजूम उमड़ा हुआ है।
लोग तालिबान से इतने ज्यादा खौफजदा हैं कि वे किसी भी हाल में देश छोड़ना चाहते हैं। उन्हें न ब्लास्ट की फिक्र है और न ही अपने जान की। लोग शुक्रवार को भी हजारों की संख्या में नाले के ऊपर और नाले के अंदर खड़े होकर किसी भी तरह अपना डॉक्यूमेंट वैरिफाई करवाने में लगे हुए हैं ताकि तालिबानी हुकूमत के साए से दूर जा सकें।
इस बीच, ब्लास्ट के 16 घंटे बाद यानी आज दोपहर 12 बजे से उड़ानें फिर शुरू कर दी गई हैं। यहां गुरुवार शाम को फियादीन हमले हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जो 95 अफगानी मारे गए हैं उनमें 28 तालिबानी थे, जो कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर तैनात थे। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली है
- व्हाइट हाउस के मुताबिक काबुल एयरपोर्ट पर हुए फिदायीन हमले से पहले 24 घंटे में 12,500 लोगों को निकाला गया है। 14 अगस्त से अब तक 1 लाख 5 हजार लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। वहीं जुलाई से अब तक 1 लाख 10 हजार 600 लोगों को एयरलिफ्ट किया जा चुका है।
- काबुल एयरपोर्ट पर हुए ब्लास्ट में एक फिदायीन हमलावर शामिल था। पेंटागन ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की है। इससे पहले दो आत्मघाती हमलों की जानकारी सामने आ रही थी।
- विदेश मंत्रालय ने बताया है कि अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन होने का भारत इंतजार कर रहा है। इसके बाद ही बातचीत को लेकर रणनीति तय की जाएगी।
- अमरुल्लाह सालेह का दावा- हमलावर ISIS खुरासान ग्रुप का तालिबानी से कनेक्शन
- अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने कहा है, ‘हमारे पास मौजूद सबूतों से साफ पता चलता है कि IS-K के तालिबान और हक्कानी नेटवर्क से संबंध हैं। तालिबान का ISIS से लिंक होने से इनकार करना ठीक वैसा ही है जैसे पाकिस्तान क्वेटा शुरा को लेकर कहता रहा है। अब तालिबान ने भी अपने आका पाकिस्तान से ये गुर सीख लिए हैं।’