जीतने वाले खिलाड़ी को 6 करोड़, सरकारी ज़मीन, A क्लास की सरकारी नौकरी, फ़्री हॉटल स्टे, फ़्री पिज़्ज़ा, फ़्री हवाई यात्रा देना चाहते हैं तो बिलकुल दीजिए! हम इसकी सराहना करते हैं क्योंकि वो डिज़र्व करते हैं! लेकिन हारने वालों को क्या!??क्या हम प्रतिभा को मार नही रहे?
जीतने वाले खिलाड़ी को 6 करोड़, सरकारी ज़मीन, A क्लास की सरकारी नौकरी, फ़्री हॉटल स्टे, फ़्री पिज़्ज़ा, फ़्री हवाई यात्रा देना चाहते हैं तो बिलकुल दीजिए! हम इसकी सराहना करते हैं क्योंकि वो डिज़र्व करते हैं! लेकिन हारने वालों को क्या!??क्या हम प्रतिभा को मार नही रहे?क्या हमारा सिस्टम उनको गुमनामी के अंधेरो में नही धकेल रहा ?
जीतने वाले खिलाड़ी को 6 करोड़, सरकारी ज़मीन, A क्लास की सरकारी नौकरी, फ़्री हॉटल स्टे, फ़्री पिज़्ज़ा, फ़्री हवाई यात्रा देना चाहते हैं तो बिलकुल दीजिए! हम इसकी सराहना करते हैं क्योंकि वो डिज़र्व करते हैं! लेकिन हारने वालों को क्या!??
ये कम उम्र के लड़के-लड़की अपना जीवन खपा के दिन रात मेहनत करके ओलंपिक तक पहुँचते हैं! थोड़ी बहुत कमी के चलते कुछ आगे-पीछे रह जाते हैं, लेकिन जान तो ये भी झोंक देते हैं अपनी!!
अगर सिर्फ़ जीतने वालों का सम्मान होगा तो बहुत से जीत सकने वाले प्रतिभागी या उनके माँ-बाप हार के डर से रेस तक पहुँचेंगे ही नहीं! हर प्रतिभागी को सम्मानित राशि दी जानी चाहिए क्योंकि उन्होंने इसके लिए अपना सारा जीवन खपा दिया!
जीत उसकी हुई जो बेहतर था लेकिन और उन्होंने देश का नाम ऊँचा करने में कोई कसर भी नहीं छोड़ी! इसलिए राज्य-केंद्र सरकार से निवेदन है कि प्रतिभा हारने वाले खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया जाना चाहिए!
खेल का समर्थन हो, सम्मान हो, सिर्फ़ जीत को पुरस्कृत नहीं❗️