कोरोना के नए वैरिएंट से दहशत ज्यादा-खतरा कम:ओमिक्रॉन अफ्रीका में 2 महीने से, फिर भी वहां केस-मौतें लगातार घटीं
नीतेश वर्मा
ब्यूरो हेड
कोरोना के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ से दुनिया चिंता में है। यूरोपीयन यूनियन ने आनन-फानन में अफ्रीका की उड़ानों पर रोक लगा दी, जिससे दहशत फैल गई। ओमिक्रॉन को डेल्टा से 7 गुना तेजी से फैलने वाला वैरिएंट बताया गया है। लेकिन, जिस अफ्रीका में यह फैला हुआ है, वहां दो महीने से नए मरीजों और मौतों में गिरावट जारी है। यह बात इसलिए अहम है, क्योंकि अफ्रीकन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट दो महीने से मौजूद है। 45 बार अपना रूप बदल चुका है। इसके बावजूद मौतों में गिरावट जारी है। इससे संक्रमित होने वाले मरीज गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़े रहे। उनमें लक्षण भी बेहद हल्के हैं।
यूरोप में नए मरीज अफ्रीका से 86 गुना ज्यादा मिल रहे हैं, यहां मौतें भी ज्यादा
दुनिया की 17% आबादी वाले अफ्रीका के 54 देशों में रोज सिर्फ 4,200 मरीज मिल रहे हैं, जो यूरोप से 86 गुना कम हैं। अफ्रीका में रोज होने वाली मौतें भी 150 से कम हैं। ये भी यूरोप से 26 गुना कम हैं। भरोसा जगाने वाली बात यह है कि अफ्रीका में रोजाना केस और मौतें, दोनों ही दो माह से लगातार घट रही हैं। दूसरी ओर दुनिया की 10% आबादी वाले यूरोप के 45 देशों में रोज 3.63 लाख मरीज रोज मिल रहे हैं। रोज 3,880 से ज्यादा मौतें हो रही हैं। सबसे गंभीर बात यह है कि यूरोप में मौतें लगातार बढ़ रही हैं। यहां सभी मामले डेल्टा वैरिएंट के हैं।
कर्नाटक-महाराष्ट्र में अफ्रीकी देशों से आने वाले क्वारेंटाइन होंगे
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा- अफ्रीका से आने वाले हर यात्री के सैंपल लिए जा रहे हैं। पॉजिटिव आने पर जीनोम सिक्वेंसिंग होगी। यात्री को क्वारेंटाइन किया जाएगा। कर्नाटक आने वाले हर यात्री को 7 दिन तक घर पर रहना होगा। इसके बाद टेस्ट होगा। यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तो ही वे घर से निकल सकेंगे। यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उन्हें एयरपोर्ट या आसपास ही किसी स्थान पर रखा जाएगा।