अपने ही पार्टी के विधायक के निष्कासन का प्रस्ताव ले आई कांग्रेस:बिलासपुर में कांग्रेस का कलह; शहर कमेटी ने विधायक शैलेष पांडेय को 6 साल के लिए निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित किया

नीतेश वर्मा

ब्यूरो हेड

 

बिलासपुर में कांग्रेस कमेटी में चल रही गुटबाजी इतनी बढ़ गई है कि गुरुवार को शहर कांग्रेस कमेटी ने अपने ही विधायक को पार्टी से अनुशासनहीनता के आरोप में 6 साल के लिए निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित कर दिया। लगभग साढ़े 3 घंटे बंद कमरे में चली बैठक के बाद शहर कार्यकारिणी ने यह फैसला लिया। शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक ने कहा कि विधायक शैलेष पांडेय ने कोतवाली में हंगामा किया और कहा कि वे टीएस सिंहदेव के समर्थक हैं इसलिए उनके खिलाफ अपराध दर्ज हो रहा है। यह पार्टी विरोधी गतिविधि है और इसलिए उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित करने का प्रस्ताव पूरी कमेटी ने पारित किया है।

 

बिलासपुर में विधायक शैलेष पांडेय और कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के बीच लंबे समय से तना-तनी चल रही है। इससे पहले भी दोनों एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं। शैलेष पांडेय पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ हैं और उन्हीं के समर्थकों में उनकी गिनती होती है।

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एक और टीएस समर्थक पंकज सिंह पर एफआईआर होने के बाद यह नया विवाद खड़ा हुआ है। पंकज सिंह पर मामला दर्ज होने के खिलाफ विधायक पांडेय अपने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंच गए थे। वहां समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी। इसी दौरान मीडिया से विधायक शैलेष पांडेय ने कह दिया था, कि वे और पंकज स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के समर्थक हैं इसलिए उनके खिलाफ अपराध दर्ज किए जा रहे हैं। इससे पहले गरीबों को कोरोना काल में चावल बांटने पर उनके खिलाफ भी एफआईआर हुई थी।

इस बयान को शहर कांग्रेस कमेटी ने माना अनुशासनहीनता

विधायक शैलेष पांडेय के इस बयान को और कोतवाली जाकर हंगामा मचाने को शहर कांग्रेस कमेटी ने अनुशासनहीनता माना है। गुरुवार को कमेटी की बैठक में उपाध्यक्ष रामकुमार तिवारी ने एक प्रस्ताव लाए कि विधायक को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया जाना चाहिए। कमेटी ने इस प्रस्ताव को पारित कर दिया। शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक ने कहा कि कोतवाली में विधायक के समर्थकों ने मुख्यमंत्री जिदाबाद, मुर्दाबाद जैसे नारे भी लगाए। हम सब कांग्रेसी हैं और यहां कोई गुटबाजी नहीं है, फिर भी विधायक ने कई बार ये बयान दिया कि जो टीएस समर्थक हैं इसलिए उनके खिलाफ ऐसा हो रहा है। यह गैर जिम्मेदाराना बयान है इसलिए हम उन्हें निष्कासित करने का प्रस्ताव ला रहे हैं। इस प्रस्ताव को प्रदेश कांग्रेस कमेटी भेजा जाएगा।

ये था मामला
बुधवार को शहर के कोतवाली थाने में जमकर बवाल हो गया था। यहां बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जमा हो गए थे। सभी नेता पंकज सिंह के खिलाफ दर्ज मामले का विरोध कर रहे थे। इसी थाने में मंगलवार रात पंकज के खिलाफ छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS) के टेक्नीशियन ने थप्पड़ मारने की शिकायत की थी और पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था। टेक्नीशियन तुलाराम तांडे ने मंगलवार को कोतवाली में मारपीट की शिकायत की थी। उसने पुलिस को बताया कि मसानगंज इलाके के एक मरीज सिर में चोट के कारण CIMS में भर्ती थे। उनका MRI होना था। मरीज के परिजन इसके लिए जल्दी कर रहे थे, मैंने उन्हें इंतजार करने को कहा तो उन्होंने पंकज सिंह को बुला लिया। पंकज ने आते ही उससे गाली-गलौज की और बाहर ले जाकर थप्पड़ मार दिया था। इस बात का पता चलते ही बुधवार सुबह कांग्रेसी भी थाने पहुंच गए थे।

पंकज के साथ विधायक भी गिरफ्तारी देने पहुंच गए थे
दोपहर को शहर विधायक शैलेष पांडेय के साथ पंकज सिंह थाने में गिरफ्तारी देने पहुंच गए थे। पंकज ने कहा था कि बिना जांच किए एकतरफा मामला दर्ज किया गया है। थाने पहुंचे विधायक शैलेष पांडेय ने कहा था कि ये पूरी तरह से बदले की कार्रवाई है। इससे पहले पंकज के खिलाफ कोरोना में अनाज बांटने पर FIR की गई। अब जब पंकज गंभीर मरीज के उपचार के लिए पहुंचे वहां उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी गई।

 

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