अंबिकापुर में पेट्रोल पंप मालकिन की हत्या:बेल्ट से दोनो पैर बांधकर चाकू से रेता गला, पति की मौत के बाद अकेली रह रही थी; घर से कार गायब थी, अलमारी में रखा कैश सुरक्षित
अंबिकापुर में 60 साल की महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई।
नीतेश वर्मा
स्टेट ब्यूरो हेड
अंबिकापुर में 60 साल की महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। सोमवार को महिला शांति पटेल का शव घर में मिला। वह सुभाषनगर इलाके में किराए के मकान में रहती थी। मृतका के रिश्तेदार अक्सर यहां मिलने आते थे। सोमवार शाम जब वो आए तो महिला की हत्या का पता चला। फौरन इसकी खबर पुलिस को दी गई। जांच टीम घर पहुंची तो कमरे के अंदर हालात काफी बुरे दिखे। महिला के पैर बेल्ट से बंध हुए थे। गले पर धारदार हथियार के निशान थे। फर्श पर खून बिखरा हुआ था। पुलिस का अंदेशा है कि महिला की हत्या एक-दो दिन पहले की गई थी। पोस्टमॉर्टम के बाद इसका साफ पता चल पाएगा।
इसी मकान में महिला रहती थी।
बताया जा रहा है कि शांति पटेल यहां अकेली रहती थीं। इनका एक पेट्रोल पंप भी है। पति की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। शांति पटेल का कोरबा के कुछ लोगों से विवाद होने की बात सामने आ रही है। इसी वजह से करीब दो साल से अंबिकापुर में किराए के मकान में रह रही थीं। महिला के कुछ रिश्तेदार अंबिकापुर के गांधीनगर व बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर में रहते हैं। वे लोग ही उनकी बीच में आकर देख रेख करते थे। रिश्तेदार कोरबा में चल रहे विवाद को लेकर हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस लूट के इरादे से मामले को जोड़कर देख रही है। महिला की कार गायब है, लेकिन अलमारी में हजारों रुपए कैश सुरक्षित मिले हैं। हत्या की वजह पता नहीं चल पाई है।
शनिवार को दिखी थीं आखिरी बार
शांति पटेल की हत्या कब हुई इसका पता नहीं चल रहा है। पड़ोसियों ने शनिवार को दिन में कुछ लोगों को महिला की कार को ले जाते देखा है। शुक्रवार की शाम को महिला अपने एक रिश्तेदार से मोबाइल पर बात हुई थी। इससे संभावना जताई जा रही है कि शनिवार को दिन में महिला की हत्या हुई होगी। पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है।
चेक बाउंस विवाद से जुड़े तार
महिला के रिश्तेदार वाड्रफनगर निवासी विक्रम पटेल ने बताया कि शांति पटेल उनकी रिश्ते में मौसी लगती थीं। उनकी एक बेटी है जो दिल्ली में रहती है। वे शिक्षिका थीं, लेकिन पहले ही रिटायरमेंट ले लिया था। उनका कोरबा में एक पेट्रोल पंप व मकान है। पहले वे कोरबा में ही रहती थीं। मकान का एक हिस्सा किराए पर है, जिसमें एक परिवार रहता है। किराएदार से उनका विवाद चल रहा है। करीब चार साल पहले चेक बाउंस होने से महिला पर धोखाधड़ी का केस हुआ था। इससे वे जेल चली गईं थी। जेल से छूटने के बाद वे हम लोगों के पास वाड्रफनगर आ गईं।
कातिल का मिला सुराग
जब पुलिस महिला के कमरे में पहुंची तो महिला के बेडरूम व डायनिंग हॉल में चारों तरफ खून फैला हुआ था। उसके पैर को बेल्ट से बांधा गया था। चेहरे को दुपट्टे से बांधा गया था। आंगन से पहसूल (सब्जी काटने का औजार) एक चाकू मिला है। दोनों में खून लगा हुआ है। संभावना है कि इसी से हमलावरों ने गले को रेता होगा। कमरे में नंगे पैर के निशान मिले हैं। पुलिस ने फिंगर एक्सपर्ट से पैर के निशान को प्रिजर्व करवाया है। महिला के घर पर एसपी अमित कांबले व एएसपी चंचल तिवारी सहित फारेंसिंक एक्वपर्ट संजय सिंह, टीआई व दलबल के साथ पहुंचे थे।